Astrology Vs Science

कथित विज्ञानवाद एवं ज्योतिषशास्त्र – Eye Opening Truth

मुंगफली में दाना नहीं तुम हमारी माता नहीं। यह तो संसार का बहुत पुराना प्रचलन है। व्यभिचारिणी स्वयं को सच्चरित्रा दिखाने के लिए साध्वी के ऊपर वैश्या होने का लांझन लगाती ही है। जिसको अपनी दुकान चलानी होगी वो जब तक दूसरों के सही प्रोडक्ट को नकली नहीं बताएगा तब तक उसका प्रोडक्ट बिकेगा कैसे ? ये तो पोपुलर होने के लिए चलाया जाना वाला प्रसिद्ध एजेंडा है। ये राजनीतिक नेतागण अगर एक दूसरे की पार्टियों को परस्पर फ्राड नहीं बोलें तो इन्हें कौन पूछेगा ???

बिलकुल, ग्रहलाघव में अयन की गति दोलनात्मक नहीं अपितु वृत्तात्मक स्वीकार की गई है। ग्रहलाघव वालों का डेटा गैलिक्टिक डेटा से मेल नहीं खाते और उसको मेल नहीं खाना चाहिए। गैलेक्टिक डाटा 13 राशियाँ मानता है ग्रहलाघव 12 राशियों पर आधारित है। हर शास्त्र की अपनी विधा और उद्देश्य होते हैं। आज बनाई हुई सारणी 500 साल पुराने ग्रन्थ से क्यों मेल खाए, जबकि उनकी विधा और उद्देश्य दोनों अलग अलग हैं। प्रश्न यह क्यों नहीं उठाते कि गैलेक्टिक डाटा कोरी बकवास के अलावा कुछ नहीं है क्योंकि वो ग्रहलाघवादि ग्रन्थों के डाटा से मैच नहीं होता।

Astrology Vs Science

अलग अलग काल में अलग अलग कोंस्पेरेसी लगाकर विज्ञानवादी ज्योतिष् पर प्रश्नचिन्ह उठाते हैं। जबकि विज्ञान और विज्ञानवाद सिर्फ बजारवाद है, बस। बात ये है कि उसको ऐसा जामा पहना दिया गया है जिससे लोग भ्रमित रहें और बाजारवादियों की बात मानने को विवश रहें।

  • आप ब्रह्मांड का केन्द्र पृथ्वी को मानते हैं जबकि केन्द्र तो सूर्य है, इसलिए आपकी विद्या फ्राड है। ये योजना नहीं चली तो…
  • आप सायन से नहीं बल्कि निरयण से गणना करते हैं इसलिए आपकी विद्या फ्राड है। ये भी फेल हो गई तो….
  • आप भूकेन्द्रिक ग्रहस्पष्ट का प्रयोग करते हैं सूर्यकेन्द्रिक ग्रहस्पष्ट का प्रयोग नहीं करते। ये स्कीम भी नहीं चली तो….
  • आप चन्द्रमा को ग्रह मानते हैं वो तो उपग्रह है। ये भी फेल हो गया तो….
  • आप यूरेनस नेपच्यून प्लुटो को ग्रह नहीं मानते। इसलिए आपकी विद्या फ्राड है। हाँलाकि बाद में खुद ही प्लुटो को ग्रह की श्रेणी से निकाल दिया। यह भी फेल हो गया तो….
  • आप उपच्छाया ग्रहण को ग्रहण नहीं मानते इसलिए आपकी विद्या फ्राड है।

ऐसी कई योजनाएँ चलती रहती हैं, बीच बीच में अपडेट आता रहता है।

अभी ये नया अपडेट आया है, गैलेक्टिक डाटा वाला। एकदम लेटेस्ट। अच्छा मजे की बात भी इसमें बहुत सारी है। कुछ मजे की बात भी बता देता हूँ।

  • ये लोग गैलेक्टिक गैलेक्टिक हल्ला करेंगे लेकिन उसके अनुसार अक्षांश साधन, पलभा साधन करके दिखाएँगो नहीं।
  • खुद ही अलग अलग कार्यों के लिए कभी सायन डाटा तो कभी निरयण डाटा तो कभी गैलेक्टिक डाटा यूज करेंगे।
  • पर अपना बाजार चलाने के लिए गैलेक्टिक डाटा का बहाना लेकर जनता के बीच भ्रम फैलाएँगे।
  • इन लोगों का कहना है कि भारत में ज्योतिष का ज्ञान यूनान से आया। लेकिन दोगलापन देखिए फ्राड यूनानी नहीं हैं भारत वाले हैं।
  • न्यूमेरोलाजी, फेंगसुई, टैरोकाड जैसी अत्यंत स्थूल फलविधा एकदम वैज्ञानिक है, लेकिन सदियों के परम्परा द्वारा संरक्षित और लाखों की संख्या में डेटा और पांडुलिपी तथा ग्रन्थ होने के बावजूद हमारी विद्या फ्रोड है।

अभी लिखता जाऊँ तो कई बाते हैं।

इन लोगों का ही कहना है कि एरोप्लेन के उडने का विज्ञान अभी तक वैज्ञानिकों को नहीं मालूम। लेकिन वो विज्ञान फ्राड नहीं है। वाह क्या बात है।

इतनी वैज्ञानिक उन्नति के बाद भी मौसम संबंधी भविष्यवाणी आए दिन झूठी होती है, लेकिन वो विज्ञान फ्राड नहीं है।

एक तरफा टारगेटेड पोस्ट करके अपनी भडास निकाली जाए उत्तर मिलने पर ब्लाक ब्लाक ब्लाक। अभी तक तो ब्ला ब्ला ब्ला ही सुना था। इन कथित विज्ञानवादियों की कृपा से ब्लाक ब्लाक ब्लाक भी सुन लिया ।

सच्चाई तो यह है कि सभी ज्ञान को बिना मांगे ही वैज्ञानिक और अवैज्ञानिक होने का सर्टिफिकेट बाँटने वाला कथित विज्ञान स्वयं ही अवैज्ञानिक है।

यह बहुत बडी वास्तविकता है कि दुनिया की सबसे बडी ठग विद्या कथित विज्ञान ही है। जिसके नाम पर आज हर क्षेत्र में फ्राड और ठगी बढ गई है। अनगिनत उदाहरण हैं। विज्ञान के नाम पर ऐलोपैथिक इलाज कराने जाओ तो अनेकानेक टेस्ट के नाम पर धन लूटा जाता है। बाजार में न जाने कितने नकली प्रोडक्ट हैं जिनको लैब सर्टिफिकेट के साथ असली से भी ज्यादा मूल्य पर बेचा जा रहा है। विज्ञान के विकास के बाद आज के समय में लगभग हर क्षेत्र ने विज्ञान और आधुनिक टेक्नोलोजी का हवाला देकर लूट मचा रखी है। कथित विज्ञान से अछूते रहकर पारम्परिक रूप से सेवाभावी लोग और विद्याएँ अत्यल्प ही शेष हैं।

यह सब पढने सुनने के बाद पुनः ज्योतिषियों एवं ज्योतिषशास्त्र को गरियाकर अपनी भडास निकालने के लिए कथित विज्ञानवादी लोग स्वतंत्र हैं, दिल को तसल्ली मिलेगी।

धन्य हैं ऐसे लोग एवं इनकी विज्ञानवादी सोच_/_

जय श्रीमन्नारायण

पोस्ट अच्छा लगे तो शेयर अवश्य करें।

ज्यौतिषाचार्य पं. ब्रजेश पाठक – Gold Medalist
@followers #everyone #highlights

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top