Prakirna

Man ki Baat – भारतीय संस्कार पर

Man ki Baat – भारतीय संस्कार, भारतीय दर्शन और वर्तमान चिकित्सा पद्धति विवाद पर मेरे मन की बात   Man ki baat – भारतीय संस्कार, भारतीय दर्शन और वर्तमान चिकित्सा पद्धति विवाद पर मेरे मन की बात (Man ki Baat) आपसे साझा कर रहा हूँ | आजकल एक कथन बहुत प्रचलन में है कि भारतीय चिकित्सा […]

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गणित दिवस या रामानुजन जयन्ति

गणित दिवस या रामानुजन जयन्ति   आज गणित दिवस, Maths Day अर्थात् रामानुजन जयन्ति है, पूरे विश्व में जब भी गणित की या गणित में योगदान की बात की जाती है तो श्रीनिवास रामानुजन का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। विश्व स्तर पर गणित के क्षेत्र में उनका योगदान अनुकरणीय है। श्रीनिवास रामानुजन् इयंगर

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शिव सहस्त्रनाम | Shiv Sahastranaam

शिव सहस्त्रनाम ॐ स्थिराय नमः, ॐ स्थाणवे नमः, ॐ प्रभवे नमः, ॐ भीमाय नमः, ॐ प्रवराय नमः, ॐ वरदाय नमः, ॐ वराय नमः, ॐ सर्वात्मने नमः, ॐ सर्वविख्याताय नमः, ॐ सर्वस्मै नमः, ॐ सर्वकाराय नमः, ॐ भवाय नमः, ॐ जटिने नमः, ॐ चर्मिणे नमः, ॐ शिखण्डिने नमः, ॐ सर्वांङ्गाय नमः, ॐ सर्वभावाय नमः, ॐ हराय

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सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण

सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण    सूर्यग्रहण पर क्या-क्या करना चाहिए तथा किस उपाय के करने से क्या फल होते हैं | आइये जानते हैं कि शास्त्रों में इसके बारे में क्या लिखा है – सूर्यग्रहण के बारे में गर्ग ऋषि का मत है- स्पर्शे स्नाने भवेद्भोमो ग्रस्तयोर्मुच्यमानयोः | दानं स्यान्मुक्तये स्नानं ग्रहे चन्द्रार्कयोर्विधिः

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सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण

सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण    सूर्यग्रहण पर क्या-क्या करना चाहिए तथा किस उपाय के करने से क्या फल होते हैं | आइये जानते हैं कि शास्त्रों में इसके बारे में क्या लिखा है – सूर्यग्रहण के बारे में गर्ग ऋषि का मत है- स्पर्शे स्नाने भवेद्भोमो ग्रस्तयोर्मुच्यमानयोः | दानं स्यान्मुक्तये स्नानं ग्रहे चन्द्रार्कयोर्विधिः

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सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण

सूर्यग्रहण 21 जून – धर्मशास्त्रीय दृष्टिकोण    सूर्यग्रहण पर क्या-क्या करना चाहिए तथा किस उपाय के करने से क्या फल होते हैं | आइये जानते हैं कि शास्त्रों में इसके बारे में क्या लिखा है – सूर्यग्रहण के बारे में गर्ग ऋषि का मत है- स्पर्शे स्नाने भवेद्भोमो ग्रस्तयोर्मुच्यमानयोः | दानं स्यान्मुक्तये स्नानं ग्रहे चन्द्रार्कयोर्विधिः

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हम कभी वर्तमान नहीं देख सकते

हम कभी वर्तमान नहीं देख सकते   वैदिक विज्ञानियों….. सादर अभिनन्दन _/\_ एक बार मैं ट्रेन में बैठा था,  भोपाल से जबलपूर जा रहा था। खिडकी के पास बैठकर बाहरी दुनिया और प्रकृति के स्वरूप को समझ रहा था। इसी बीच परमात्मा की अनुकम्पा से मेरा मस्तिष्क प्रकाश पर मंथन करके बहुत ही रोचक सिद्धांत

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अबध्य शत्रु

अबध्य शत्रु हमारे समाज में यह प्रचलित शब्द है। माँ जब हम भाई-बहनों से बहुत परेशान हो जाती थी बोलतीं कि तुमलोग अबध्य शत्रु हो। मैं इसका मतलब नहीं जानता था तो मैने एक दिन जब माँ को शान्त प्रसन्न मन देखा तो पूछ लिया माँ आप हमलोगों को गुस्से में अबध्य शत्रु क्यों कहती

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कोरोना पर जगन्नाथ पंचांग की भविष्यवाणी हुई है सत्य…

कोरोना पर जगन्नाथ पंचांग की भविष्यवाणी हुई है सत्य… जी हाँ, जिस कोरोना महामारी से आज पूपा विश्व परेशान है, उसके आने की भविष्यवाणी जगन्नाथ पंचांग में पिछले वर्ष ही कर दी गई थी। कई लोग सोशल मीडिया पर ज्योतिष शास्त्र का मजाक उड़ा रहे हैं और पूछ रहे हैं कि क्या ज्योतिषी ने कोरोना

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अस्ति कश्चिद्वाग्विशेषः

अस्तिकश्चिद् वाग्विशेषः? यह प्रश्न व्यंग्यात्मक शैली में विद्योत्तमा ने कालीदास जी से किया था, जब वो विद्वान बनकर उससे मिलने आए थे। कालीदास को सम्मान न मिलने पर वो दरवाजे से ही वापस लौट आए और बाद में कालीदास जी ने इन्ही तीन शब्दों से शुरु करते हुए तीन अलग अलग काव्य ग्रन्थों की रचना

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