रुद्राभिषेक हेतु श्रावण मास की महत्वपूर्ण तिथियाँ 2024

रुद्राभिषेक हेतु श्रावण मास की महत्वपूर्ण तिथियाँ 2024

श्रावण कृष्णपक्ष :

★ 🍂 22 जुलाई 2024 प्रथम श्रावण सोमवार एवं प्रीति योग, सायन सूर्य सिंह संक्रान्ति – शिव कृपा प्राप्ति, सूर्य कृपा प्राप्ति, आरोग्य प्राप्ति, अक्षय पुण्यफल प्राप्ति, धन-समृद्धि प्राप्ति तथा किसी भी प्रकार के विवाद में सुलह के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 23 जुलाई 2024 द्विपुष्कर योग एवं सिद्धा तिथि- अभिष्ट सिद्धि एवं इष्टकृपा प्राप्ति हेतु सर्वोत्तम।

★ 🍂 24 जुलाई 2024 गणेश चतुर्थी – समस्त विघ्ननाश एवं बुद्धि तथा समृद्धि प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 25 जुलाई 2024 सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला रवियोग एवं सिद्धा तिथि – लम्बित कार्यों या अनावश्यक विघ्ननाश के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 26 जुलाई 2024 नागपञ्चमी, सिद्धा तिथि एवं सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला रवियोग – कालसर्पदोष, नागकरण में जन्म, श्लेषा नक्षत्रजन्य दोष, बुध दशाजन्य दोष, सर्पशाप, पञ्चमी तिथि में जन्म आदि की शान्ति के लिए सर्वोत्तम। पुनश्च शिवकृपा प्राप्ति, शत्रुनाश, इन्फेक्शन से संबंधित रोग का नाश, ऋण मुक्ति एवं समृद्धि या प्राप्त धन का चिरकाल तक स्थिरता प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम समय।

★ 🍃 28 जुलाई अष्टमी तिथि, शूल योग एवं सर्वार्थसिद्धियोग – समृद्धि, मनःशान्ति, देवीकृपा प्राप्ति, पथरी रोग निवारण, दर्द या वेदना से संबंधित रोग निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 29 जुलाई द्वितीय श्रावण सोमवार एवं भरणी नक्षत्र – देवीकृपा प्राप्ति, शिव कृपा प्राप्ति, शुक्रदशाजन्य अनिष्ट निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 30 जुलाई मंगलवार दशमी तिथि एवं सर्वार्थसिद्धियोग – लक्ष्मी जी की प्रसन्नता, ऋणमुक्ति, मंगल दोष निवारण, मांगलिक दोष निवारण, सूर्य एवं चन्द्रमा दशाजन्य अनिष्ट निवारण के लिए सर्वोत्तम।_

★ 🍂 31 जुलाई बुधवार, कामदा एकादशी, रोहिणी नक्षत्र एवं सर्वार्थसिद्धियोग – अभिष्ट सिद्धि, इष्टकृपा प्राप्ति, चन्द्र दशाजन्य अनिष्ट निवारण, श्रीमन्नारायण कृपा प्राप्ति, पितृदोष निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 1 अगस्त गुरूवार, प्रदोष व्रत – शिवकृपा प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 2 अगस्त सर्वार्थसिद्धियोग योग – समृद्धि के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 3 अगस्त मासशिवरात्रि व्रत, श्लेषा नक्षत्र में सूर्य संक्रमण – मनचाहा फल, शीघ्र विवाह, अभिचार कर्म या ऊपरी बाधा से मुक्ति, शिवकृपा प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम साथ ही कालसर्पदोष, नागकरण में जन्म, श्लेषा नक्षत्रजन्य दोष, बुध दशाजन्य दोष, सर्पशाप, पञ्चमी तिथि में जन्म आदि की शान्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 4 अगस्त अमावस्या रविपुष्य योग एवं सिद्धि योग – अभीष्ट सिद्धि, सूर्य कृपा प्राप्ति, पितृदोष निवारण, पितरों की प्रसन्नता, शनि दशाजन्य अनिष्ट निवारण, मनःशान्ति, दर्श शान्ति, साधना सिद्धि, दुर्गम कार्यसिद्धि एवं तंत्र-मंत्र अभिचार दोष निवारण के लिए सर्वोत्तम।_

श्रावण शुक्लपक्ष:

★ 🍂 5 अगस्त 2024 तृतीय श्रावण सोमवार एवं श्लेषा नक्षत्र – शिवकृपा प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम साथ ही कालसर्पदोष, नागकरण में जन्म, श्लेषा नक्षत्रजन्य दोष, बुध दशाजन्य दोष, सर्पशाप, प्रतिपदा तिथि में जन्म आदि की शान्ति के लिए सर्वोत्तम। पुनश्च शिव कृपा प्राप्ति, सूर्य कृपा प्राप्ति, आरोग्य प्राप्ति, अक्षय पुण्यफल प्राप्ति, धन-समृद्धि प्राप्ति तथा किसी भी प्रकार के विवाद में सुलह के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 7 अगस्त 2024 रवियोग एवं हरियाली तीज – अभिष्ट सिद्धि, मनचाहा फल, शीघ्र विवाह एवं इष्टकृपा प्राप्ति हेतु सर्वोत्तम।

★ 🍂 8 अगस्त 2024 गणेश चतुर्थी एवं रवियोग – समस्त विघ्ननाश एवं बुद्धि तथा समृद्धि प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 9 अगस्त 2024 नागपञ्चमी, सिद्ध योग एवं सभी कार्यों को सिद्ध करने वाला रवियोग – कालसर्पदोष, नागकरण में जन्म, श्लेषा नक्षत्रजन्य दोष, बुध दशाजन्य दोष, सर्पशाप, पञ्चमी तिथि में जन्म आदि की शान्ति के लिए सर्वोत्तम। पुनश्च शिवकृपा प्राप्ति, शत्रुनाश, इन्फेक्शन से संबंधित रोग का नाश, ऋण मुक्ति एवं समृद्धि या प्राप्त धन का चिरकाल तक स्थिरता प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम समय।

★ 🍂 10 अगस्त स्कन्दषष्ठी, रवियोग, साध्ययोग एवं सर्वार्थसिद्धियोग – सर्वकार्यसिद्धि, समृद्धि, मनःशान्ति, स्मरण शक्ति में वृद्धि एवं मनोरोग निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 12 अगस्त चतुर्थ श्रावण सोमवार अष्टमी तिथि एवं भद्राकरण – शिवकृपा प्राप्ति, लक्ष्मी जी की प्रसन्नता, मानसिक शान्ति, भद्राशान्ति, धन की अस्थिरता आदि के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 13 अगस्त सिद्धा तिथि, ब्रह्म योग, भौमव्रत, रवियोग, मंगलवार – मंगल दोष निवारण, मांगलिक दोष निवारण, ऋणमुक्ति, गुरु दशाजन्य अनिष्ट निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 14 अगस्त बुधवार, रवियोग, अमृतसिद्धियोग, ऐन्द्र योग एवं सर्वार्थसिद्धियोग – अभिष्ट सिद्धि, इष्टकृपा प्राप्ति, शनि दशाजन्य अनिष्ट निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 15 अगस्त सिद्धातिथि, रवियोग, वैधृतियोग एवं ज्येष्ठा नक्षत्र, स्मार्तानाम् पुत्रदा एकादशी – श्रीमन्नारायण कृपा प्राप्ति, पुत्रप्राप्ति, समृद्धि, असाध्य रोग में स्वास्थ्यलाभ, विघ्ननाश, हठी बच्चों के हठ में कमी तथा अक्षय पुण्यप्राप्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 16 अगस्त वैष्णवानां पुत्रदा एकादशी व्रत एवं स्थायीजय योग – श्रीमन्नारायण कृपा प्राप्ति, पुत्रप्राप्ति, समृद्धि, असाध्य रोग में स्वास्थ्यलाभ, विघ्ननाश, मुकदमे या विवाद में विजय तथा श्रेष्ठ पुण्यप्राप्ति के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 17 अगस्त पुत्रप्रद शनिप्रदोष, प्रीति योग एवं सूर्य मघा संक्रान्ति – अभीष्ट सिद्धि, पुत्र प्राप्ति, सूर्य कृपा प्राप्ति, पितृदोष निवारण, पितरों की प्रसन्नता, शनि दशाजन्य अनिष्ट निवारण, मनःशान्ति, शनि शान्ति, साधना सिद्धि, दुर्गम कार्यसिद्धि एवं तंत्र-मंत्र अभिचार दोष निवारण के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍃 18 अगस्त रविवार, चतुर्दशी, सौभाग्य योग, रवियोग, सर्वार्थसिद्धि योग एवं शिवाधिवासन – शिवकृपा प्राप्ति के लिए अत्यंत उत्तम, सौभाग्यवृद्धि, समृद्धि, शीघ्र विवाह, मनचाहा फल, सर्वमनोकामनापूर्ति, साधना, सिद्धि, मनोरोग निवारण, अकेलापन निवारण, जीवन का खालीपन निवारण, अधूरा वैराग्य हरण, डिप्रेशन निवारण, क्रोध में नियन्त्रण, आरोग्य प्राप्ति एवं शिवजी की प्रसन्नता के लिए सर्वोत्तम।

★ 🍂 19 अगस्त अन्तिम श्रावण सोमवार, पूर्णिमा, श्रावणी, उपाकर्म, श्रवण नक्षत्र, भद्रा 1:31pm के बाद रक्षाबन्धन, शोभन योग, रवियोग एवं सर्वार्थसिद्धि योग – सर्वमनोरथ सिद्धि, शिवकृपा प्राप्ति, अक्षय पुण्यफल प्राप्ति, मनःशान्ति, उच्च सफलता, प्रतियोगी परीक्षाओं में विजय, प्रोन्नति, आरोग्य, राजनीति के क्षेत्र में सफलता आदि के लिए सर्वोत्तम।

🍁रुद्राभिषेक कराने के लिए हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान, वृंदावन को What’s App 📱 093410 14225 पर सम्पर्क करें।

✍🏻 © ज्यौतिषाचार्य पं. ब्रजेश पाठक – Gold Medalist

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top