भगवान सूर्य के अत्यंत प्रभावी सरल उपाय
- प्रातः उठते ही करदर्शन, भूमिस्पर्श एवं भगवान सूर्य के १२ नामों का स्मरण
- स्नान के बाद भगवान् गणेश के द्वादशाक्षर स्तोत्र का पाठ
- याज्ञवल्क्य मुनिकृत सूर्यकवच का पाठ
- सूर्य स्तवराज का पाठ करना
- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना
- सूर्य को नित्य २१ नामों से ताँबे के पात्र से अर्ध्य देना
- सूर्य अष्टाक्षरमन्त्र का नित्य एक माला जप करना
- साफ ताँबे के पात्र वाला जल पीने की आदत डालें
- घर में सूर्य प्रकाश आने का प्रबन्ध करें।
- प्रातःकाल का धूप सेकें
- जब जब सूर्यनारायण पर दृष्टि पडे तब तब उन्हें प्रणाम करें।
- रविवार को सूर्य से संबंधित पदार्थों का दान करें, यथा – नारियल गिरी, बादाम (Almond), दलिया, सूजी, मसूर की दाल, देशी खांड, गुड, देशी गौ घी, गरम मसाला, तांबा, लाल कपडा, चना, किशमिश इत्यादि।
- अंधे लोगों को दान दें।
- बडे बुजुर्गों को उपहार दें।
- गाय या बैल को भीगे हुए गहूँ खिलाएँ।
- ताँबे का कडा पहनें।
- ज्योतिषी से परामर्श लेकर तामडा या माणिक्य पहनें।
- लाल चन्दन का तिलक लगाएँ।
- किसी भी प्रकार का दान लेने से बचें।
- रविवार को बहुत सात्विक दिनचर्या रखें। सम्भव हो तो नमक का सेवन न करें और सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद कुछ भी न खाएँ पिएँ।
- अपने मनोकामना वाले विधान का आश्रय लेकर रविवार का व्रत करें।
- सूर्यसंक्रान्ति (विशेष रूप से अयन एवं गोल संक्रान्तियों में)सूर्य का जप कराना, दान, पुण्य, तीर्थ, व्रत आदि करना।
- रविवार को हस्त नक्षत्र आने पर आठ दिनों का नक्त व्रत रहते हुए सूर्य शान्ति कराना।
- पंचांग से संबंधित दुर्योगों की शान्ति कराना।
- सपात सूर्य दोष या ग्रहण दोष की शान्ति कराना।
- ग्रीष्म ऋतु में पंखा, कूलर, एसी इत्यादि दान करना।
- ठंड के मौसम में ऊन वाले कम्बल दान करना।
- प्याऊ लगवाना या कभी कभी मीठे जल का वितरण करना।
- शिव जी को अकवन का पुष्प चढाना।
- सूर्य भगवान को पानपत्ता चढाना।
- सूर्य से संबंधित तीर्थों का दर्शन करना।
- छठ व्रत करना या उसमें प्रतिभाग करना।
नोट – इनमें से अधिक से अधिक उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
ब्रजेश पाठक ज्यौतिषाचार्य