महाशिवरात्री विशेष – प्रहरपूजा का समय
प्रदोष में चार पहर की पूजा के लिए समय गणना –
8 मार्च 2024 को फाल्गुन कृष्ण प्रदोष शिवरात्रि व्रत है। इस दिन कई लोग शिवजी की प्रहर पूजा करते हैं इसे यामपूजा भी कहा जाता है । आइए शिवरात्रि पूजन के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत हों –
✓ रात्रि के चारों प्रहर भगवान शिवजी का अपने कामनीय द्रव्यानुकुल पदार्थ से शिवजी का भव्य रुद्राभिषेक और पूजन किया जाता है। शिव पार्वती का श्रृंगार किया जाता है।
किस द्रव्य से रुद्राभिषेक करने पर क्या फल मिलता है ये जानने के लिए यह आलेख पढें –
https://grahrashi.blogspot.com/2023/02/Rudrabhishek.html
रुद्राभिषेक से क्या-क्या लाभ होता है ये जानने के लिए यह अद्भुत वीडियो देखें –
✓ पारण चौथे प्रहर के अन्त में करें, प्रहर पूजन के पश्चात् आरती करके प्रसाद ग्रहण करें और पारण करें अथवा प्रातः सूर्योदय के बाद पश्चात पारण करें।
✓ शिवरात्रि में रात्रि जागरण और प्रहर पूजन का सर्वाधिक महत्व है।
✓ अब प्रश्न है कि हम सही प्रहर की गणना कैसे करें ताकि चारों प्रहर का ससमय पूजन किया जा सके। तो इसके लिए मैं बहुत सरल सूत्र आपको दे रहा हूँ –
- सूर्यास्त – सूर्योदय = दिनमान
(यहाँ समय 24 घन्टे में लेना है) - 24 घन्टे – दिनमान = रात्रिमान
- रात्रिमान ÷ 4 = प्रहर काल
- सूर्यास्त + प्रहर काल = प्रथम प्रहर
- प्रथम प्रहर + प्रहर काल = द्वितीय प्रहर
- द्वितीय प्रहर + प्रहर काल = तृतीय प्रहर
- तृतीय प्रहर + प्रहर काल = चतुर्थ प्रहर
उदाहरण-
मथुरा का सूर्योदय- 6:37 am
मथुरा का सूर्यास्त- 6:22 pm
सूत्रानुसार –
- 18:22 – 6:37 = 11:45
- 24:00 – 11:45 = 12:15
- 12:15 ÷ 4 = 03:04
- 18:22 + 3:04 = 9:26pm तक प्रथम प्रहर
- 21:26 + 3:04 = 12:30am तक द्वितीय प्रहर
- 24:30 + 3:04 = 3:34am तक तृतीय प्रहर
- 03:34 + 3:04 = 6:38 am तक चतुर्थ प्रहर
✓ इस प्रकार अपने स्थान के सूर्योदय-सूर्यास्त के हिसाब से गणना करके या मोटे तौर पर मथुरा की गणना के आधार पर आप प्रहर पूजन कर सकते हैं।
✓ वैसे तो सूर्योदय सूर्यास्त सभी पंचागों में दिया रहता है। बहुत सारे पंचांग ऐप भी हैं जिनसे सूर्योदय सूर्यास्त का ज्ञान हो जाता है। फिर भी अपने स्थान का सूर्योदय जानने के लिए आप इस website का भी प्रयोग कर सकते हैं।
https://www.timeanddate.com/sun/
भव्य शिवरात्रि महोत्सव
प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान के द्वारा बहुत भव्यता से शिवरात्रि महोत्सव मनाया जा रहा है। इस वर्ष शिवरात्रि पूजन 08 मार्च 2024 को है।
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✓ हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान द्वारा मनाए जा रहे शिवरात्रि महोत्सव में जुडकर अपने या अपने प्रियजनों के नाम गोत्र एवं नक्षत्र के अनुसार राजोपचार पूर्वक भव्य चतुर्याम पूजन कराने के लिए 093410 14225 पर अभी संपर्क करें । हम सुनिश्चित् करते हैं आपके नामगोत्रनक्षत्रोच्चार पूर्वक ही पूजन किया जाएगा।
✓ किन-किन द्रव्यों से रुद्राभिषेक करने से क्या क्या लाभ प्राप्त होता है जानने के लिए यह पोस्ट पढें –
https://grahrashi.blogspot.com/2023/02/Rudrabhishek.html
✓ हम सुनिश्चित् करते हैं पूजन आरक्षित किए जाने के पश्चात् आपसे टेलिफोनिक वार्ता के आधार पर आपकी कामना के अनुकूल द्रव्य से ही राजोपचार पूर्वक चतुर्याम पूजन किया जाएगा।
✓ रुद्राभिषेक से क्या क्या लाभ होता है जानने के लिए यह अद्भुत् वीडियो देखें –
https://youtu.be/6NzVkokU-Qk?si=204UflkIYp3jAuxg
✓ हम सुनिश्चित् करते हैं कि राजोपचार पूर्वक चतुर्याम पूजन सविधि किया जाएगा एवं यथाज्ञान शास्त्रीय विधान का अक्षरशः पालन किया जाएगा ताकि शिवकृपाप्रसाद आपको शीघ्रातिशीघ्र मिल सके। आप भी अपनी ओर से पूरी निष्ठा और श्रद्धा से भगवदाराधन में जुडें। पूजक एवं यजमान यदि सश्रद्धा से आराधना करें तो फल सुनिश्चित् ही है।
- ब्रजेश पाठक ज्यौतिषाचार्य
संस्थापक एवं महासचिव
हरिहर ज्योतिर्विज्ञान संस्थान