भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन लोहरदगा ने मनाया वसन्त सम्पात दिवस

भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन लोहरदगा ने मनाया वसन्त सम्पात दिवस

21 मार्च वसन्त विषुव दिन होने से एस्ट्रोनामर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है, जिसे खगोलविद् किसी त्योहार की तरह मनाते हैं।

एसोसिएशन की प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी 21 मार्च को विद्यार्थियों के साथ वसन्त विषुव दिन मनाने की योजना थी। परन्तु कोरोना संक्रमण के फैलने के खतरे से बचने व आरोग्य मंत्रालय भारत सरकार की एड़वायजरी का पालन करने के उद्देश्य से हमें अपने कार्यक्रम की रूपरेखा बदलनी पड़ी।

यह कार्यक्रम इस वर्ष एसोसिएशन के सचिव श्री वैद्यनाथ मिश्र जी के आवास पर ही केवल एसोसिएशन के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा मनाया गया।
अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें इस निमित्त इसका प्रसारण फेसबुक लाईव के माध्यम से सोशल मीडिया पर किया गया।

इस वर्ष हमने शंकु की लम्बाई 58cm रखी थी, सबसे छोटी छाया 11 बजकर 57 मिनट पर 25cm प्राप्त हुई फिर छाया का ग्राफ बढ़ने लगा। प्राप्त सबसे छोटी छाया के द्वारा हमें उसका Tangent 2.32cm प्राप्त हुआ। लघुरिक्थ सारणी के द्वारा उसका मान 66°42′ प्राप्त हुआ। इस मान को 90° में घटाने पर 23°18′ पतराटोली लोहरदगा का अक्षांश प्राप्त हुआ। यह लोहरदगा के औसत अक्षांश 23°24′ के सन्निकट होने से शुद्ध है।

लाइव के दौरान एसोसिएशन के सचिव श्री वैद्यनाथ मिश्र जी ने वसन्त विषुव दिन के महत्व के बारे में बताया तथा सह सचिव श्री ब्रजेश पाठक जी ने अक्षांश ज्ञात करने की प्रयोगात्मक विधि पर प्रकाश ड़ाला।

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के सचिव व सह-सचिव के अलावा शिक्षा निकेतन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य आशीष चौरसिया, श्री रामकुमार मिश्र, ओम आनन्द मिश्र और अभिषेक कुमार उपस्थित थे।

ब्रजेश पाठक
सह सचिव
भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन, लोहरदगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन लोहरदगा ने मनाया वसन्त सम्पात दिवस

भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन लोहरदगा ने मनाया वसन्त सम्पात दिवस

21 मार्च वसन्त विषुव दिन होने से एस्ट्रोनामर्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है, जिसे खगोलविद् किसी त्योहार की तरह मनाते हैं।

एसोसिएशन की प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी 21 मार्च को विद्यार्थियों के साथ वसन्त विषुव दिन मनाने की योजना थी। परन्तु कोरोना संक्रमण के फैलने के खतरे से बचने व आरोग्य मंत्रालय भारत सरकार की एड़वायजरी का पालन करने के उद्देश्य से हमें अपने कार्यक्रम की रूपरेखा बदलनी पड़ी।

यह कार्यक्रम इस वर्ष एसोसिएशन के सचिव श्री वैद्यनाथ मिश्र जी के आवास पर ही केवल एसोसिएशन के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा मनाया गया।
अधिक से अधिक लोग इसका लाभ ले सकें इस निमित्त इसका प्रसारण फेसबुक लाईव के माध्यम से सोशल मीडिया पर किया गया।

इस वर्ष हमने शंकु की लम्बाई 58cm रखी थी, सबसे छोटी छाया 11 बजकर 57 मिनट पर 25cm प्राप्त हुई फिर छाया का ग्राफ बढ़ने लगा। प्राप्त सबसे छोटी छाया के द्वारा हमें उसका Tangent 2.32cm प्राप्त हुआ। लघुरिक्थ सारणी के द्वारा उसका मान 66°42′ प्राप्त हुआ। इस मान को 90° में घटाने पर 23°18′ पतराटोली लोहरदगा का अक्षांश प्राप्त हुआ। यह लोहरदगा के औसत अक्षांश 23°24′ के सन्निकट होने से शुद्ध है।

लाइव के दौरान एसोसिएशन के सचिव श्री वैद्यनाथ मिश्र जी ने वसन्त विषुव दिन के महत्व के बारे में बताया तथा सह सचिव श्री ब्रजेश पाठक जी ने अक्षांश ज्ञात करने की प्रयोगात्मक विधि पर प्रकाश ड़ाला।

इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के सचिव व सह-सचिव के अलावा शिक्षा निकेतन पब्लिक स्कूल के प्राचार्य आशीष चौरसिया, श्री रामकुमार मिश्र, ओम आनन्द मिश्र और अभिषेक कुमार उपस्थित थे।

ब्रजेश पाठक
सह सचिव
भास्कर एस्ट्रो एसोसिएशन, लोहरदगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top